विद्यार्थियों

सरस्वती के इस पावन मन्दिर में आपके आगमन पर सभी छात्राओं का मैं हार्दिक स्वागत करता हूँ।

डुस महाविद्यालय की अनेक स्वस्थ एवं गौरवशाली परम्पराएँ है और मैं आशा करता हूँ कि आप इसका निर्वहन करते हुए आगे बढ़ाने हेतु सतत्‌ प्रयत्तशील रहेंगे, जिससे शिक्षा की समाप्ति के बाद आप समाज में अपना विशिष्ट स्थान बना सकें । आज के वैज्ञानिक युग में हर कदम पर प्रतिस्पर्धा है, जिसमें सफलता के लिए आपको अथक जिज्ञासा, अध्ययन के प्रति गहन निष्ठा, सदाचरण, अनुशासन और अपने लक्ष्य के प्रतिसमर्पित रहना है

यह महाविद्यालय प्रदेश के अर्द्धशुष्क अंचल में स्थित है जहां जीवन के साथ अनेक विडम्बनाएँ व समस्याएं जुड़ी हुई है । इन विषम परिस्थितियों को झेलकर भी हमारी छात्राएँ अपनी कठोर मेहनत और अध्ययन के प्रति जागरूक रहकर अन्य महाविद्यालयों के छात्राओं के समान प्रतिभा के धनी रहे है|

चरित्र निर्माण समाज सेवा और शारीरिक शिक्षण हेतु इस महाविद्यालय में एन. एस. एस. की महत्वपूर्ण इकाई की उपयुक्त व्यवस्था है । आईये अपने जीवन के लक्ष्य की प्राप्ति की इस पावन बेला के विभिन्‍न प्रकार की संकीर्णता को छोड़कर हम देशप्रेम की भावना को प्रबलता प्रदान करें जिससे हमारे मानवता के आदर्श के अनुरूप विश्व बन्धुत्व की सरिता बहा सके ।

आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ ।

प्राचार्य

राना रॉयल्स गर्ल्स कॉलेज

बोरावड़